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Rewa news:मोतियाबिंद ऑपरेशन में सतना को छोड़ संभाग के सभी जिले फिसड्डी!

Rewa news:मोतियाबिंद ऑपरेशन में सतना को छोड़ संभाग के सभी जिले फिसड्डी!

 

 

 

 

 

 

 

 

रीवा/सतना. रीवा संभाग के सतना जिले में अंधत्व निवारण कार्य₹म के तहत उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है, जबकि तीन अन्य जिले फिसड्डी हैं। अप्रेल से दिसंबर तक के नौ माह में सतना में निर्धारित अनुपातिक लक्ष्य से 50% अधिक मोतियाबिंद ऑपरेशन किए गए हैं। वहीं सीधी जिले की स्थिति सबसे खराब रही, जहां अब तक केवल 7% मरीजों के ही ऑपरेशन हो पाए हैं। सतना में मोतियाबिंद ऑपरेशन में सबसे बड़ा योगदान चित्रकूट स्थित जानकीकुंड चिकित्सालय का है।

 

 

 

 

 

 

तीन जिलों का प्रदर्शन खराब

नौ माह में रीवा में 17917 मोतियाबिंद बीमारी से पीड़ित मरीजों के ऑपरेशन का लक्ष्य था, जिसकी तुलना में 7670 ऑपरेशन हुए। सतना में 77500 के मुकाबले 116207 की उपलब्धि हासिल हुई। सीधी में 7500 मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लक्ष्य के विरुद्ध 525 ऑपरेशन हो पाए, जबकि सिंगरौली में 8792 की तुलना में 4026 ऑपरेशन अंधत्व निवारण कार्य₹म के तहत हुए। संभाग के चारों जिलों को मिलाकर 1.28 लाख मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए गए, जो इस अवधि के लिए निर्धारित 1.11 लाख ऑपरेशन के लक्ष्य से कहीं ज्यादा है। सतना की बात करें तो जिले जानकीकुंड में 108689 ऑपरेशन, समरिटन में 7265 और जिला अस्पताल में 256 में मोतियाबिंद ऑपरेशन हुए हैं।

 

 

 

 

 

 

चित्रकूट में सबसे ज्यादा ऑपरेशन

अंधत्व निवारण कार्यक्रम में सबसे बड़ा योगदान सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड का है। यहां 108689 मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ। समरिटन हॉस्पिटल में 7265 और जिला अस्पताल में 253 ऑपरेशन हुए।

 

 

 

 

 

 

 

सतना में जानकीकुंड नेत्र चिकित्सालय व समरिटन की बदौलत अच्छी प्रगति है। सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन कम होने के कई कारण हैं। लोग जिला मुयालय आने की बजाय अपने गांव से ही कैंप के माध्यम से जानकीकुंड ऑपरेशन के लिए पहुंच जाते हैं। उनके आने-जाने में भी कोई खर्चा नहीं लगता।

डॉ एल के तिवारी, सीएमएचओ, सतना

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